निम्न सूत्र के साथ मिलीलीटर प्रति संक्रामक इकाइयों की संख्या की गणना:
2.
पीयूष दुग्ध में प्रचुर मात्रा में पोषक तथा प्रति संक्रामक कारक होते
3.
सड़े-गले व्रणों पर लगाने में लहसुन प्रति संक्रामक का कार्य करती है तथा घाव भरने में मदद करती है ।
4.
प्रदर में, अतिरिक्त स्राव में, स्री जनन अंगों के सामान्य संक्रमणों में गोखरू एक प्रति संक्रामक का काम करता है ।
5.
कर्नल चोपड़ा ने अपने ग्रंथ ' मेडीसिनल प्लाण्ट्स ऑफ इण्डिया ' में इसे एक उत्तम प्रति संक्रामक (एण्टी बायोटिक) ज्वरघ्न, जीवनीशक्ति वर्धक तथा जीवाणु-कृमि नाशक माना है ।
6.
इसे लगभग सभी विद्वानों ने सन्निपात, ज्वर, व्रण रक्त, दोषों की सर्वश्रेष्ठ औषधि माना है यह एक प्रकार की प्रति संक्रामक औषधि है जो ज्वर करने वाले मूल कारणों का निवारण करती है।